अतिरिक्त >> मुकुल तथा अन्य कविताएं मुकुल तथा अन्य कविताएंसुभद्रा कुमारी चौहान
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मुकुल तथा अन्य कविताएं पुस्तक का आई पैड संस्करण...
आई पैड संस्करण
सब दुखहरन सुखकर परम हे नीम! जब देखूं तुझे।
तुहि जानकर अति लाभकारी हर्ष होता है मुझे।।
यह सुभद्रा की पहली कविता है, जब उनकी उम्र नौ साल की थी।
बची हुई हैं स्मृति की ये कलियाँ कर लेना इनको स्वीकार
ठुकराना मत इन्हें जानकर मेरा छोटा-सा उपहार
इस संकलन में ‘मुकुल’ की कविताओं के अतिरिक्त अनेक अन्य कविताएँ हैं जो मुख्यत: ‘त्रिधारा’ और बंगीय हिन्दी परिषद् द्वारा प्रकाशित ‘बुन्देलों हरबोलों के मुँह’ से ली गयी हैं।
इस पुस्तक के कुछ पृष्ठ यहाँ देखें।
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